रांची, जेएनएन। राजधानी के बाजार में एक और दो रुपये का सिक्का न के बराबर चल रहा है। आलम यह है कि एक और दो रुपये के सिक्के का चलन करीब-करीब बंद हो चुका है। बाजार में सबसे अधिक संख्या भी इन्हीं की है। फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार सिर्फ एक और दो रुपये के सिक्कों की संख्या करोड़ों में है। बाजार में यह सिक्के पूरी तरह से बेकार पड़े हुए हैं। इसे लेने को
कोई भी तैयार नहीं है। बाजार में एक समय सिक्कों की कम संख्या से लोगों को परेशानी हो रही थी, नोटबंदी के बाद अचानक ही बाजार में आए सिक्कों की भरमार ने अब दूसरी समस्या खड़ी कर दी है। 

अब 10 रुपये में भरी जा रही है हवा
बाइक में हवा भरवाने का चार्ज अब पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है। इसका भी कारण एक ही है। पांच रुपये के सिक्के हवा सेंटर पर भी नहीं चल रहे हैं। वहां भी कम से कम 10 रुपये की मांग की जाती है। वह भी नोट की। नोट रहने के बाद ही बाइक में इन दिनों हवा भरी जा रही है।
सतेंद्र शर्मा, अपर बाजार
सिक्कों की समस्या हर दिन बढ़ रही है। पूरे देश में लोग इससे परेशान हैं। अभी तक कोई भी बड़ा कदम इस ओर नहीं उठाया गया।
राजेश रंजन
पान दुकान पर भी नहीं चल रहे सिक्के सिक्के अब पान दुकान पर भी नहीं चल रहे हैं। आलम यह है कि इससे परेशान बड़ी संख्या में लोग हैं। नोट देने के बाद बचे हुए चेंज को चॉकलेट के तौर पर लौटाया जा रहा है।